रात को गुवाहाटी की थकान हावी थी सो तुरंत ही नींद आ गयी, सुबह जब आंख खुली तो चाय की तलब हुई, फिर सोचे कि अब तैयार हो के ही नीचे उतरेंगे, तो फटाफट फ्रेश हो के, नहा धो के हो गए अपने आज की यात्रा के लिए तैयार। लॉज दूसरी मंजिल पर था और लिफ्ट की व्यवस्था नही थी, गुवाहाटी रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नम्बर 7 से एकदम सटा होने के कारण ही बुक किया लेकिन ये नही पता था कि रूम्स दूसरी मंजिल पर है, फिलहाल किसी तरह नीचे उतरे और आसाम की इस ट्रिप की अंतिम चाय का स्वाद लिए, चाय बहुत अच्छी लगी जो कि लॉज के ठीक बगल में ठेले पर बिक रही थी तो एक चाय और पी गए, तभी कुछ वेंडर्स दिखाई दिए जो स्टेशन पर अपना सामान बेचने जा रहे थे उनसे चना मसाला भी ले लिए जिसे हम लोग चने की घुघरी के नाम से जानते हैं। अब समय हो चुका था स्टेशन पे पहुचने का क्यों कि हमारी ट्रेन सुबह 7 बजे की थी जो कि 6:30 बजे ही गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर आ जाती है। अपने लॉज से चेक आउट करने के बाद हम लोग आए प्लेटफॉर्म नम्बर 7 पर, फिर ओवर ब्रिज के सहारे पहुचे प्लेटफार्म नम्बर 1 पर, हम लोगों के पहुचते ही हमारी आज की ट्रेन के आने का एनाउंसमेन्...